तू हिन्दू है तुझे यदि हिन्दु होने पर शरम आए तो लानत है, तो लानत है हजारों ब…
बेशर्मों की लगी कतार । अपना हित भी भूले यार । दूर करो घटिया सरकार । यू पी…
जिससे हो देश का उत्थान और सनमान दोनों हाथ जोड़ उसे सिर मैं झुकाता हूँ राजनीती…
अर्ज़ है -- जनता ने जिनको दिया था कभी अधिकार वे ही जनता के ठेकेदार बने बैठे …
भारत माता की जय आतंक और अन्याय विवश हमने जब हिम्मत खो दी । फिर देश महाची…
यहि राष्ट्रधर्म कै बात आज हम हिरिदय माँझ छुपा लेंगे । सिंहन कै शासन खतम हु…
तुम ही कहो मनमीत मैं क्या गीत गाऊँ किस बात पे हँसूं कहाँ आँसू बहाऊँ ।। वेदों …
यह सत्य-सनातन-धर्म-रीति, वैखरी-वाक् वर्णनातीत विधि के हाँथों में पली-…
हिन्दू का बुलन्द हो नारा हिन्दी-हिन्दुस्थान हमारा हिन्दु -धर्म इतिहा…
अरसों के बाद मन की आज पोटली खुली तब लेखनी चली, तब लेखनी चली ।। भरसक प्रयास …
मुश्किल है अपना मेल प्रिये ये प्यार नहीँ है खेल प्रिये तुम M.A. फर्स्ट डिव…
मित्रों होली बिलकुल सन्निकट ही है । इस मौसम में सबसे अधिक जो वस्तु प्रचलित…
अन्तत: इन्सान हैं हम...... ०१/०१/१२ स…