फिर ये भारत संकट में है
फिर दुश्‍मन ताक विकट में है
जागो तुम शब्‍द ब्रह्म फिर से
भेदो अरि दुर्ग निकट निकट में है।।


ANAND

2 تعليقات

  1. http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/ ise jarur dekhe main aapke sath hun...

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  2. आभार इन पंक्तियों के लिए.

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