हिन्दू का बुलन्द हो नारा
हिन्दी-हिन्दुस्थान हमारा
हिन्दु-धर्म इतिहास पुराना
कौन भला इससे अनजाना
प्रेम-धर्म का ताना-बाना
सुरमय जीवन-गीत सुहाना
अमृतमय जीवन-रस-धारा
हिन्दी-हिन्दुस्थान हमारा
हिन्दी रग-रग बसे हिन्दु के
तन्तु गुथे ज्यूँ माला मनके
जैसे मद मतंग का नाता
अलग नहीं जैसे हरि-हर से
इक दूजे का सबल सहारा
हिन्दी-हिन्दुस्थान हमारा
हिन्दुस्थान स्वर्ग से सुन्दर
जन्मकाम विधि-बिबुध व हरि-हर
इसकी मिट्टी की खुशबू है
पारिजात-पुष्पों से बढकर
हर हिन्दू का प्राणों प्यारा
हिन्दी-हिन्दुस्थान हमारा
हिन्दी-हिन्दुस्थान-हिन्दु है
भारत की पहचान हिन्दु है
जीवन का अरमान हिन्दु है
पर-हित पर बलिदान हिन्दु है
हिन्दू चिर 'आनन्द' हमारा
हिन्दी-हिन्दुस्थान हमारा
हिन्दी दिवस की पावन शुभकामनाओं के साथ
भवदीय - विवेकानन्द पाण्डेय (आनन्द)
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