हम पहले ही बता चुके हैं कि ये पुण्य स्थान अयोध्या का अंतिम छोर है
यहाँ सरयू माँ कि पवित्र धरा में स्नान करके लोग अपने पापों से मुक्ति पाते हैं
इस स्थान पर आज भी जल अति सुरक्षित और स्वच्छ है
मै अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूँ कि मै इस पुण्य धाम के अति निकट का निवासी हूँ
मै इस धाम कि महिमा का गायन इस लिए भी करता हूँ कि जितना पवित्र ये स्थान है उतना ही रम्य यहाँ का वातावरण भी है
ये धाम अति सिद्ध भी है जिसका अनुभव मैंने स्वयं किया है
भगवान् श्री राम के जन्मस्थान को तो प्रायः सभी जानते हैं पर उनके जन्म के मुख्या कारण स्वरुप महर्षि श्री सृन्गीरिशी के स्थान को तो क्या वरन स्वयं महर्षि तक को कोई नहि जानता
इस लेख के द्वारा मै आप सब को रामायण के सबसे प्रमुख पात्र का परिचय करा रहा हूँ
आप लोगों से अपील है, अगर कभी भी अयोध्या दर्शन के लिए आयें तो इस पवित्र स्थान का भी दर्शन जरूर करियेगा
अगर रास्ते कि जानकारी चाहिए हो तो टिप्पड़ी में लिखियेगा
अब आपको कुछ और फोटोस दिखता हूँ
वाद्य बजाता साईं
सरयू किनारे पर स्नान के लिए उमड़ा अपार जन सैलाब
भूखी बच्ची
सजी दुकाने
श्री राम जानकी जी का विग्रह
महंथ जगदीश दास जी के साथ कवी आर्त
इन्ही कुछ पवित्र स्थानों कि जानकारी देने एक बार फिर आऊंगा ...
पढ़ते रहिये मुझे
आपको विश्वास दिलाता हूँ आप को कुछ नया ही मिलेगा
जय श्री राम
ANAND
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